AI तकनीक क्या है? जानें संक्षिप्त में।

AI तकनीक: क्या हो अगर हमारे जीवन के हर क्षेत्र में मशीनों का दबदबा कायम हो जाए? और इससे भी आगे क्या हो अगर एक ऐसी स्थिति बन जाए जिसमें कि मनुष्य की जगह आई ही इस विश्व में इंसानों की जगह मुख्य भूमिका निभाये? क्या AI अपने साथ मानव जीवन पर खतरा लेकर आया है या विकास के नए अवसर की ओर मानवता को अग्रसर करने के लिए। आजकल हर दूसरे दिन AI टेक्नोलॉजी के बारे में कुछ ना कुछ सुनने या जानने में जरूर आता है। तो चलिए जानते हैं AI के बारे में संक्षिप्त रूप में, की क्या है AI तकनीक?

AI तकनीक
Source: social media

AI तकनीक में जुड़ी OpenAI की Sora

अभी हाल ही में ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI ने Sora नामक एक टूल बनाया है, जो लिखे गए वाक्य को वीडियो में आसानी से बदल देता है। इससे पहले भी इस तरह की कई तकनीक बाजार में उपलब्ध हो चुकी है। आधुनिक युग में विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में बड़े बदलाव को देखा जा सकता है, और इसमें से एक है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिसे हम AI के नाम से जानते हैं। यदि सरल भाषा में कहें तो यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो हमारे कार्यों को आसान बना देती है।

AI तकनीक क्या है?

आई या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटरों को बुद्धिमत्ता पूर्ण स्वयं सीखने की क्षमता प्रदान करता है। इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य कंप्यूटर तकनीक द्वारा मानव बुद्धिमता की क्षमताओं को सीखना और उसे आगे विकसित करना है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अनुसार कंप्यूटर विभिन्न कार्यों को स्वयं से सीखने की क्षमता रखते हैं और उन्हें समझना तथा सुधार करने में समर्थ हैं तथा साथ ही यह नई सूचना को आसानी से सीख सकते हैं।

AI तकनीक मुख्यतः दो प्रकार की होती है। 

1.सुपरवाइज्ड लर्निंग: इसमें कंप्यूटर को सीखने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें सही उत्तर के साथ संबंधित जानकारी होती है। कंप्यूटर फिर इस डाटा का अध्ययन करता है और नए डाटा के लिए सही उत्तर देना सीखना है।

2.अनसुपरवाइज्ड लर्निंग: इसमें कंप्यूटर को कोई ट्रेंनिंग डाटा नहीं दिया जाता और वह अपने आप सीखना है यह अज्ञात पैटर्न और संबंधों को स्वतंत्र रूप से पहचानने का प्रयास करता है।

AI का उपयोग हमारे जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हो रहा है जैसे की शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, वित्त और सुरक्षा आदि यह तकनीक व्यक्तिगत और सामाजिक समस्याओं का समाधान करने में मदद कर सकती है।https://en.wikipedia.org/wiki/Artificial_intelligence

AI तकनीक का आरंभ कब हुआ?

AI का वास्तविक रूप से आरंभ 1950 के दशक में हुआ था। इस समय वैज्ञानिकों ने मानव बुद्धिमत्ता को कंप्यूटर के अनुरूप बनाने की कोशिश की। इस प्रकार का अध्ययन विभिन्न क्षेत्रों से लेकर गुणात्मक गणना तक कई विषयों पर आधारित था।

1950 के दशक में एलन टयूरिंग ने एक प्रश्नोत्तरी मशीन बनाई जिसे आमतौर पर पहली AI प्रणाली माना जाता है इसमें एक कंप्यूटर मानव से प्रश्न पूछता था और उसके जवाबों का विशेषण करके उत्तर देता था। इसके बाद 1956 में एक AI सम्मेलन न्यू हेम्पशायर, ऑस्टिन, मैसाचुसेट्स में हुआ। इसमें वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में विभिन्न विषयों पर चर्चा की और इसे एक आलोचनात्मक स्वरूप शाखा के रूप में स्थापित किया। इस प्रकार 1950 के दशक से लेकर अब तक AI तकनीक विकसित होती जा रही है।https://newspecharcha.com/sora-openai-launch-chatgpt-video/

AI तकनीक का मानव जीवन पर प्रभाव

वर्तमान में AI तकनीक का मानव जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव को देखा जा सकता है। कहीं यह लोगों की नौकरियों के अवसरों को कम कर रहा है तो कहीं रोजगार के नए अवसर सृजित भी कर रहा है। यह नौकरियों के स्वरूप शिक्षा की प्रक्रिया और सामाजिक जीवन में बदलाव ला रहा है समय के साथ हमें इसके और भी सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं का सामना करना होगा।https://newspecharcha.com/ai-mit-report-jobs/

 

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