कोलेजन एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह न केवल त्वचा को सुगठित बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि यह हड्डियों, बालों, नाखूनों और अन्य ऊतकों के लिए भी आवश्यक है। बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर में इसकी कमी होने लगती है जिससे हमारे शरीर में विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इसका का मुख्य कार्य हमारे शरीर के ऊतकों को शक्ति, उनकी संरचना को मजबूती और लोच प्रदान करना है। यह एक ऐसा सपोर्ट सिस्टम है जो कोशिकाओं को सहारा देता है और त्वचा और अन्य संरचनाओं को बनाए रखने में मदद करता है। घाव भरने के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह निशान ऊतक के निर्माण में भूमिका निभाता है जो की चोट के निशान वाली स्किन को सामान्य करने में विशेष रूप से सहायक है।
कोलेजन के फायदे:
1. त्वचा की सुरक्षा:
यह त्वचा को मुलायम और उज्ज्वल बनाए रखने में मदद करता है, जिससे बुढ़ापे के लक्षण कम होते हैं।
2.हड्डियों का स्वास्थ्य:
हड्डियों की मजबूत बनाए रखने में मदद करता है और ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से बचाव करता है।
3. जोड़ों की रक्षा:
इसका सेवन जोड़ों को लुब्रिकेट करने और उन्हें सूजन से बचाने में मदद कर सकता है।
4.बालों और नाखूनों के लिए :
आज कल सभी अपने नाखुनो और बालों की सेहत का ध्यान रखते हैं ऐसे में कोलेजन बालों और नाखूनों को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।
कोलेजन कैसे बढ़ाएं ?
1. दूध, दही, मांस, और समृद्धि से भरपूर प्रोटीन वाले आहार का सेवन करें।
2. विटामिन C से युक्त आहार: विटामिन C कोलेजन के उत्पन्नन में मदद कर सकता है, इसलिए सीताफल, आम, लीमा, गुआवा आदि को अपने आहार में शामिल करें।
3. हाइड्रेशन: पर्याप्त पानी पीना शरीर के कोलेजन के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
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कोलेजन सप्लीमेंट कब लें:
कोलेजन सप्लीमेंट का सेवन 25-30 वर्ष की आयु के बाद शुरू किया जा सकता है, जब शरीर का स्वाभाविक कोलेजन बनने में कमी होने लगती है।
कोलेजन युक्त आहार:
यह प्राकृतिक रूप से कुछ खाद्य पदार्थों में मौजूद होता है, जो शरीर को स्वस्थ्य बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों की सूची है जिनमें कोलेजन पाया जाता है।
मीट ,मछली ,समुद्री खाद्य पदार्थ,बोन ब्रथ: यह एक पौष्टिक पदार्थ है जिसमें हड्डियों से निकला हुआ कोलेजन होता है, चिकन सूप या ब्रोथ में भी कोलेजन हो सकता है, क्योंकि यह अक्सर अस्तिहड्डि और अन्य खाद्य सामग्रियों को पकाने से बनता है।
शाकाहारी खाद्य पदार्थ:
हम कुछ वेजेटेरियन स्त्रोतों से भी इसे प्राप्त कर सकते है, जो शरीर को कोलेजन बनाने में मदद कर सकते हैं।
सोया प्रोटीन जिसमे विभिन्न अमीनो एसिड्स होते हैं जो कोलेजन की गुणवत्ता को बढ़ा सकते हैं; बटनु एक पौष्टिक भोजन है जो उबालकर बनाया जाता है और इसमें सोया और मूँग प्रोटीन होता है, जो कोलेजन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं; चिया बीज़ और लिनसीड भी ऑमेगा-3 फैटी एसिड्स के स्रोत के रूप में जाने जाते हैं, जो कोलेजन की स्थिति में मदद कर सकते हैं; फल और सब्जियों में विटामिन C मिलता है, जो कोलेजन बनाने में मदद कर सकता है।कोलेजन सब्जियों में भी पाया जा सकता है, जैसे कि स्पिनेच, लौकी, गोभी, और टमाटर।
इसकी कमी से होने वाले रोग:
1.त्वचा समस्याएं: झुर्रियाँ, झाइयाँ, और त्वचा की धुलाई में कमी।
2.हड्डियों की कमजोरी: ऑस्टियोपोरोसिस और रक्तदाब की बढ़ोतरी के खतरे का सामना कर सकते हैं।
3.जोड़ों की समस्याएं: आर्थराइटिस और जोड़ों की सूजन का खतरा बढ़ सकता है।
किसे कोलेजन सप्लिमेंट नहीं लेना चाहिए:
गर्भवती महिलाएं, लैक्टेटिंग महिलाएं, और किसी भी प्रकार की निदान या रोगों से प्रभावित व्यक्ति को पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
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कोलेजन बढ़ाने के प्राकृतिक उपाए:
1.योग और एक्सरसाइज:
नियमित योग और एक्सरसाइज से हड्डियों को मजबूती मिलती है और कोलेजन की सुरक्षा होती है।
2.अच्छी नींद:
पर्याप्त और अच्छी नींद लेना शरीर के उत्पन्न कोलेजन की मात्रा को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
3.आहार में विटामिन E:
बादाम, मूंगफली, और सुनहरे फलों में पाए जाने वाले विटामिन E कोलेजन की बढ़ाने में मदद कर सकता है।
संक्षेप में:
कोलेजन हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण घटक है, और इसकी कमी से विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। यहाँ दी गई जानकारी और सुझावों के साथ, आप बुढ़ापे के लक्षण को कम करने और कोलेजन को बढ़ाने के लिए सहायक हो सकते हैं। फिर भी, किसी भी आहार या सप्लीमेंट को शुरू करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।