AI अर्थात अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जब से आया है तब से पूरे विश्व में इसकी उपयोगिता को लेकर तरह तरह के मत मतांतर सामने आए है।कुछ लोग इसे मानव सभ्यता के विकास से जोड़ कर देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे मानव जीवन पर खतरे के रूप में परिभाषित कर रहें हैं। ऐसा माना जा रहा है कि आगे चलकर AI मानव श्रम की जगह ले लेगा।
कई ऐसे उदाहरण देखे जा सकते हैं जहां संगठनो ने अपने कर्मचारियों की जगह AI को प्रतिस्थापित कर उनकी संख्या कम कर दी है।कर्मचारियों और नियोक्ताओं द्वारा इस बात पर विचार किया जा रहा है कि क्या AI लोगो की जॉब्स ले लेगा, कम कम कर देगा या फिर उन्हें पूरी तरह खत्म कर देगा।
हाल ही में किये गए एक अध्ययन से पता चलता है कि अधिकतर नौकरियों में लोगों की जगह लेने के लिए AI बहुत महंगा है।
मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने विभिन्न उद्यमों में मानव की जगह ले रही कृत्रिम बुद्धिमता के बारे में लोगों के चिंताओं को मद्देनजर रखते हुए एक अध्ययन किया गया।
इसके निष्कर्षों में पाया गया कि वर्तमान में AI अधिकांश नौकरियों को बदलने के लिहाज से महँगा है।
- यह अध्ययन अमरीका में एमआईटी (Massachusetts Institute of Technology) द्वारा किया गया। शोधकर्ताओं द्वारा शुरुआती गहन जांच में AI की लागत और प्रभावशीलता की गणना की गई। कंप्यूटर आधारित नौकरियों शिक्षक,बेकर तथा संपत्ति मूल्यांकनकर्ता पर ध्यान केंद्रित कर ये अध्ययन किया गया। इस मूल्यांकन में पाया गया कि AI बहुत महँगा है और केवल 23% श्रमिकों को प्रतिस्थापित किया जा सकता है।
- भंडारण, खुदरा और परिवहन जैसी श्रेणियां में कंप्यूटर विजन का लागत और अनुपात लाभ काफी अच्छा है इन सभी पर अमेज़न और वॉलमार्ट का वर्चस्व है एमआईटी शोधों के अनुसार यह स्वास्थ्य की देखभाल मे भी काफी उपयुक्त है।
- आईएमएफ(IMF) द्वारा कहा गया है कि 40% से अधिक वैश्विक रोजगार इससे प्रभावित होगा। chatgpt, माइक्रोसॉफ्ट का copilot प्रोग्राम और गूगल के बार्ड जैसे प्रतिद्वंदियों ने AI द्वारा रोजगार छीनने के बारे में चिंता को फिर से उजागर किया है क्योंकि नए चटपोट उन गतिविधियों में योग्य है जिन्हें पहले मानव पूरा करने में सक्षम थे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI क्या है?
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है कृत्रिम तरीके से विकसित की गयी बौद्धिक क्षमता। इसकी शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी।
- इसे कुछ इस तरह बनाया गया है की कंप्यूटर सिस्टम या रोबोटिक सिस्टम उन्ही आधारों पर काम करे जिस आधार पर मानव मष्तिक काम करता है।
- आर्टिफिशल के जानक जॉन मैकार्थी हैं जिनके अनुसार यह बुद्धिमान मशीनों, मुख्य रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिकी है अर्थात मशीनों द्वारा प्रदर्शित किया गया इंटेलिजेंस है।
यह ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने का तरीका है जो कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित रोबोट या फिर मनुष्य की तरह इंटेलिजेंट तरीके से सोचता है और काम करता है। - यह इस बारे में अध्ययन करता है कि मानव दिमाग कैसे काम करता है, कैसे सोचता है तथा कैसे समस्याओं का निराकरण करता है कैसे समय के साथ सीखना है और कैसे निर्णय लेना है।
https://en.wikipedia.org/wiki/Artificial_intelligence
AI प्रोग्रामिंग संज्ञानात्मक कौशल पर आधारित है जिसमें शामिल है:
यह एक ऐसी प्रोग्रामिंग है जो डेटा को प्राप्त करने और इसे उपयुक्त जानकारी में बदलने के लिए नियम बनाने पर केंद्रित है। इस नियम को एल्गोरिदम कहा जाता है।
AI प्रोग्रामिंग उचित परिणाम पर पहुचने के लिए तर्क पर आधारित सही अल्गोरिदम पर फोकस करता है।
इसे कुछ इस तरह से बनाया गया है कि यह सही परिणाम देने तथा एल्गोरिदम को लगातार बेहतर बनाने के लिए स्वयं सुधार करता है।
यह रचनात्मक पर आधारित है तथा नई छवियां नया पाठ नया संगीत नए विचार उत्पन्न करने के लिए नेटवर्क नियम आधारित प्रोग्राम सांख्यिकी तथा अन्य ए तकनीक का उपयोग करता है।
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https://newspecharcha.com/india-observatory-rural-empowerment/